नमस्कार दोस्तों आज हम आप को इस लेख में चींटी और कबूतर की कहानी बताने जा रहे हैं दोस्तों उम्मीद है आप हमारा ये Ant and Pigeon Story in Hindi उम्मीद है ये Moral आपको जरूर पसंद आएगा।
Ant and Pigeon Story in Hindi With Moral
कबूतर और चींटी एक बार की बात है, एक चिड़िया थी एक चींटी डॉन दोनों इकट्ठे एक पेड़ पर रहते थे एक दिन बड़ी तेज़ बारिश हुवी और चींटी बहाव में बह गई बस ये देख के कबूतर ने पानी में कुछ पत्ते फेंके चींटी को मदद के लिए उन पत्तों का सहारा लिया
और वो बचने के लिए फिर एक शिकारी शिकार पर आया और उसने कबूतर पर निशाना लगाया चींटी ने ये देखा कर पानी से बहार निकल कर शिकारी के पांव पर ज़ोर से काटा शिकारी का निशाना चूका और चिड़िया उड़ गए
ये कहानी है ढोलकपुर गांव की जहाँ सारे पक्षियों और पेड़ आपस में मिलजुल कर रहते थे सब बहुत ही तरह तरह की पेड़ थी और बहुत अलग अलग तरह की पक्षी उन पर रहते थे तभी एक पेड़ चिड़िया से कहता है अरे चमेली, चिड़िया देखो मौसम कितना अच्छा है, मन कर रहा है झूमकर नाचू बट तुम तो नाच भी नहीं सकते,
तुम्हारे पैर ही जमीन के अंदर है टीटू पेड़ तेज सेंसर हिलाता है और चमेली को नाचें गिरा देता है लो मैं तो नाच लिया तुम गिर गयी ना? तू पागल है गंदा पेड़ हो ?
वहाँ सब ऐसे ही हसीन ढोली करती वही एक पपीते का भी इलाका था जहाँ सारे पपीते और चिड़िया रहते थे सब बहुत खुशी खुशी रहते थे वहाँ एक मोटे पपीते का भी घर था, जो सभी पक्षियों की मदद करता था किसी भी पक्षी को कभी भी रहने की जरूरत पड़ती थी तो वो मोटे पपीते के घर को इस्तेमाल कर लेता था
मोटा पपीता बहुत ही अच्छा था और सब ज़रूरतमंद पक्षियों की मदद करता था फिर एक दिन कौआ उससे कहता है और ये मोटू को मेरे घर पर कुछ मेहमान आ रहे हैं तो मैं उन्हें यहाँ लेकर आ जाऊं बस थोड़े दिन की बात है प्लीज़ तुम अपना घर मुझे किराये पर दे दो,
हाँ चलो ले लो पर मेरे घर के अंदर कोई गंदगी मत करना पपीता उसे अपना घर थोड़े दिन के लिए दे देता हैं फिर कालू कुएं के मेहमान आकर चले जाते हैं और उसके मेहमान घर के अंदर इतनी गंदगी मज़ा कर जाते हैं की मोटे पपीते को बहुत गुस्सा आ जाता है तुम कितने गंदे हो कालू तुमने मेरा सारा घर गंदा कर दिया तो साफ कर लो मोटे पपीते मेरा काम तो हो गया,
अब मुझे क्या लेना है तुम्हारे घर से मोटा पपीता? हाँ ये बात सुनकर गुस्सा हो जाता है फिर कुछ समय बाद बारिश का समय आ जाता है सब लोगों ने अपना अपना घर बना लिया था बस कालू कौआ और चमेली चिड़िया ही बिना घर के थे चमेली बेचारी मेहनत कर रही थी पर उसे घर बनाने के लिए कुछ चीजें नहीं मिल रही थी पर चमेली चिड़िया बहुत अच्छी थी.
पपीते भैया मैं तुम्हारे घर में रह लूँ अब बहुत बारिश का मौसम है और मेरे बच्चे भी भीग रहें हैं हाँ चमेली बहन रह लो पर तुम गंदा मत करना पहले कालू कौआ रहकर गया था और उसने मेरा घर बहुत गंदा कर दिया था
फिर कुछ समय बाहर कालू कौआ बारिश में बहुत ही भीग जाता है और उसे ठंड भी लगती है फिर वो मोटे पपीते के पास ही आता है पपीते, भाई, पपीते भाई मुझे भी अपने घर के अंदर घुसा लो ठंड से मर रहा हूँ,
मेरे घर के अंदर जगह नहीं है तुम जैसे गंदे लोगों के लिए और यहाँ वैसे भी चमेली और उसके बच्चे रह रहे है तो तुम्हें अंदर जगह नहीं मिलेंगे कालू कौआ ये बात सुनकर चला जाता है फिर बारिश का समय बंद हो जाता है और सब पक्षी अपनी अपनी जगह वापस चले जाते हैं और मौसम भी बहुत साफ हो जाता है
कुछ समय बाद जंगल में दो खतरनाक बाज आ जाते हैं जो सबको खाते हैं और पिछड़ों की फसल भी खराब कर देते हैं उन्होंने बहुत पक्षियों को अपना शिकार बना लिया था अब वो मोटे पपीते की फसल खराब करने आ ही रहे थे मोटे पपीते तू कहा बचेगा तेरी भी तो फसल खराब हो गई फिर तू कैसे जिंदा रहेगा?
नहीं भाई मुझे मत मारो, तुम मेरी फसल मत खराब करो, मैं तो यहाँ सभी पक्षियों को रहने के लिए घर देता हूँ अगर मैं चला गया तो बहुत पक्षियों , बेघर हो जाएंगे तो हमें उससे क्या करना?
हमे तो फसल खराब करने से मतलब है हम यहाँ सारे जंगल को उजाड़ देंगे और सारे पक्षियों को मार देंगे वहीं पीछे से चमेली उड़कर आती है और वो देखती है की खतरनाक बाज़ मोटी पपीते को परेशान कर रहा है वो फटाफट वही जाती है
एक खतरनाक बात मोटे पपीते अंकल से दूर हटो तुम उन्हें परेशान नहीं कर सकती और अगर तुम इन्हें परेशान करोगे तो तुम्हें मुझसे लड़ना होगा अरे, ,चिड़िया तुम मेरा क्या बिगाड़ सकेंगी? मैं तो ये फसल खराब ही करूँगा तो आजा मुकाबले में.
चिड़िया और बास दोनों की लड़ाई होने लगती है तभी चमेली चिड़िया बाज को जंगल के दूसरे हिस्से में ले जाती है जहाँ शिकारियों ने जाल बिछाया हुआ था बाज, चमेली, चिड़िया के पीछे पीछे उसे पकड़ने के लिए उड़ता है फिर चमेली चिड़िया जाल के पास पहुँच जाती है
और वहाँ से अचानक दूसरी तरफ मुड़ जाती है बाज की रफ्तार तेज होने के कारण वो दूसरी तरफ उड़ नहीं पाता और जाल में फंस जाता है फिर शिकारी बाज को अपने साथ ले जाते हैं और फिर चमेली चिड़िया वापस मोटे पपीते के पास चली जाती है चमेली, तुम्हारा बहुत बहुत धन्यवाद तुम बहुत अच्छी हो तुम ने अपनी जान पर खेलकर मेरी जान बचाई.
कोई नहीं, मोटे पपीते चाचू आपका कोई भी जरूरत हो, तुम उससे बताना, तुम्हें ऐसे कोई परेशान नहीं कर सकता और चमेली, अगर तुम्हें कोई भी दिक्कत हो तो मुझे बताना मैं तुम्हारी सारी परेशानी खत्म कर दूंगा
नहीं, मुझे कोई दिक्कत नहीं है, मोटी पपीते कल मैं भी फिलहाल अपना घर बनाने के लिए लकड़ियाँ ढूंढने जा रही हो क्योंकि बारिश का समय फिर से आने वाला है
अरे चमेली तुम्हें अपना घर बनाने की जरूरत नहीं है तुम्हारा घर तो है ना तुम मेरे घर में रहना अरे मोटी पपीते अंकल ये अब क्या बातें कर रही है?
हाँ चमेली, तुम मेरी जान बचाई हो तो मैं तुम्हारे लिए इतना तो कर ही सकता हूँ तुम इसे अपने चाचू का घर समझ लेना जब भी तुम्हे लगे कि बारिश आ रही है या मुसीबत आ रही है तो तुम मेरे घर में आकर रह लेना और इस घर में कोई नहीं रहेगा तुम्हारे अलावा ये सिर्फ तुम्हारा घर होगा.
तो आज से तुम मेरे मोटी पपीते, चाचु हुए हाँ, ऐसा ही समझ लो और मोटा पपीता और चमेली दोनों साथ साथ रहने लगते हैं वो दोनों बहुत खुश हो जाते हैं और बहुत ही अच्छे से रहते हैं चमेली अपने बच्चे को भी वही ले जाती है
सीख:
इस कहानी से हमें ये सीख मीलती है कि जैसा हम बोते हैं वैसे ही हमें मिलता है अगर हम अच्छा करेंगे तो हमें अच्छा ही मिलेगा और अगर हम बुरा करेंगे तो बुरा ही मिलेगा.
उम्मीद है आप हमारा ये Ant and Pigeon Story in Hindi आपको जरूर पसंद आया होगा। दोस्तों आप हमें Comment में बताये चींटी और कबूतर की कहानी कैसी लगा |