(New 10+) Class 2 Short Moral Stories in Hindi (2023)

Class 2 Short Moral Stories in Hindi: दोस्तों, बच्चों के लिए कहानियां हमेशा सिखाने और मनोरंजन भरी होती हैं। यहां हम पेश कर रहे हैं 2 Class के बच्चों के लिए नैतिक कहानियां। ये कहानियां न केवल उनके दिमाग को विकसित करेंगी, बल्कि उन्हें अधिक समझदार, सहयोगी, और भलाई की राह पर चलने की सीख देने में मदद करेंगी। तो चलिए, आईए शुरू करते हैं Hindi Short Stories का सफर, जो आपके बच्चों के दिलों को छू जाएगी और उनकी मनोरंजन और दिमाग बढ़ाएगी।

Class 2 Short Moral Stories in Hindi

1. कछुआ और खरगोश- Class 2 Short Moral Stories in Hindi 

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एक जंगल में एक कछुए और एक खरगोश रहते थे। वे बहुत अच्छे दोस्त थे और साथ में ही खेलते और खाने-पीने की वस्तुएं बांटते थे। एक दिन, दोस्तों ने सोचा कि वे मिलकर जंगल के आस-पास घूमेंगे।

खरगोश बहुत जल्दी दौड़ सकता था, जबकि कछुआ धीरे चलता था। जब खरगोश दौड़कर अग्रता बना लेता, तो वह कछुए को बोलता, "अरे दोस्त, तू इतनी धीरे चलता है! जल्दी चलना सीख ले।"

कछुआ ने मुस्कराते हुए कहा, "दोस्त, मैं शायद धीरे चलता हूँ, लेकिन मैं एक अच्छा योजनाकार हूँ। मैं तुझे जल्दी पहुंचाने के लिए तेरी मदद कर सकता हूँ।"

खरगोश ने सोचा कि यह एक अच्छा विचार है और उसने कछुए की मदद ली। वे एक टीम बना लिया और जंगल के आस-पास दौड़ने लगे। खरगोश ने कछुए की बुद्धिमत्ता को समझा और उसने सोचा कि अब वह अकेले दौड़ने के बजाय साझा करके अधिक मजा करेगा।

Moral: इस कहानी से हमें यह सिख मिलती है कि हमें दूसरों की कमजोरियों को समझना चाहिए और सहायता करनी चाहिए। एकटक रहकर हमें और आपसी मेलजोल और योग्यता होती है।

2. चालाक लोमड़ी और ईमानदार मुर्गा- Hindi Story For Class 2

Hindi Story For Class 2

एक जंगल में एक चालाक लोमड़ी और एक ईमानदार मुर्गा रहते थे। दोनों की दोस्ती बड़ी गहरी थी।

एक दिन, लोमड़ी ने मुर्गा से कहा, "मेरे पास एक आश्चर्यजनक जगह है जहां हर रोज़ सुबह देखता हूँ, वहां सोने के अंडे होते हैं। तुम भी मेरे साथ आओ, हम उन्हें अंडे छुरा लेंगे और अमीर हो जाएंगे।"

मुर्गा बेवकूफ न बने, लेकिन लोमड़ी के योजना में चुक न जाएं, इसलिए वह मान गया।

अगले दिन, जब सुबह ही लोमड़ी और मुर्गा वहां पहुंचे, तो वे देखते हैं कि एक बड़ा सा पिंजड़ा वहां रखा हुआ था।

लोमड़ी का दिल तेजी से धड़कने लगा। वह जिद्दी होकर बोला, "शायद कोई बड़ा जानवर हमारे अंडों को चुरा रहा है। हमें इस पिंजड़े को खोलकर देखना चाहिए।"

मुर्गा, जो हमेशा ईमानदार रहता था, नहीं माना। उसने कहा, "नहीं, दोस्त, हमें जो भी काम करना है, वह ईमानदारी से करेंगे। हमें अंडे चुराने का यह तरीका सही नहीं लगता।"

धीरे-धीरे लोमड़ी की धार टूट गई और वह भाग निकली। मुर्गा बिलकुल सही था, उस पिंजड़े में एक भेड़िया बंद था, जो लोमड़ी को खाने की इच्छा रखता था।

Moral: इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि धूर्तता का उपयोग करके हम अपने दोस्तों को गुमराह नहीं करना चाहिए। ईमानदारी और सच्चाई की मूल्य बहुत अधिक होती है और इससे हमें खुद को और अच्छे दोस्त पा सकते हैं।


3. उस्ताद खरगोश और तालीमी बंदर- Kahani Class 2


एक बंदर जंगल में रहता था। उसे देखकर वह खरगोश ने उसे अपने उस्ताद बनाने का निर्णय लिया। वह बंदर सभी कामों में नाकामयाब था, क्योंकि वह न तो दौड़ सकता था और न ही कोई कला आती थी।

खरगोश ने अपनी चतुराई और दक्षता से बंदर को तालीम देनी शुरू की। धीरे-धीरे, बंदर ने खरगोश से सीखा और उसकी बातों को मानना शुरू किया। उसने मेहनत की और दौड़ना सीखा। अब वह तेज़ दौड़ सकता था और कई कलाएं भी सीखी थी।

जंगल के सभी जानवर बंदर की प्रशंसा करने लगे। बंदर खुशी से झूम उठा, लेकिन वह कभी भी अपने उस्ताद, खरगोश, को भूल नहीं सकता था। उसने उसे अपना आभार व्यक्त किया और सदैव उसका आदर किया।

Moral: इस कहानी से हमें यह सिख मिलती है कि हमें हमारे उस्तादों और शिक्षकों का सम्मान करना चाहिए। हमें सीखने के लिए खुले मन से उनकी बातें माननी चाहिए और उनकी मेहनत और समर्पण को महसूस करना चाहिए।

4. बंदर और मेंढ़क-  2nd Class Hindi Story


एक जंगल में एक बंदर और एक मेंढ़क एक साथ रहते थे। वे हमेशा मस्ती करते और एक-दूसरे की मदद करते थे।

एक दिन, जब वे एक नदी के पास थे, बंदर अपने पैरों को धोने के लिए नदी में चला गया। वहां पर पानी बहुत गहरा था, और बंदर नहीं जानता था कि वह पार कैसे करे।

मेंढ़क, जो पार करने में पक्का था, देखते ही उसकी मदद करने के लिए आगे निकला। उसने बंदर को पार करने के लिए सही तरीका बताया और उसका हाथ पकड़ रखा।

धीरे-धीरे बंदर पार हो गया और उसकी खुशी को देखकर मेंढ़क भी बहुत खुश हुआ। दोनों का मित्रता और सहायता एक-दूसरे के लिए सबसे महत्वपूर्ण थी।

Moral: यह कहानी हमें बताती है कि हमें दूसरों की मदद करने में खुशी मिलती है और इससे अच्छी मित्रता की शुरुआत होती है। हमें बड़े दिल से दूसरों की सहायता करनी चाहिए और एक-दूसरे के साथ प्यार और समर्थन देना चाहिए।

5. समझदार हाथी और धूर्त बंदर- Class 2 Short Moral Stories in Hindi

Class 2 Short Moral Stories in Hindi


एक जंगल में एक बहुत बड़ा हाथी रहता था। वह बहुत ही समझदार और बुद्धिमान था। दूसरी ओर, वहां एक धूर्त बंदर भी रहता था, जो अपनी चालाकी से फ़ायदा उठाने का प्रयास करता था।

एक दिन, बंदर ने देखा कि बड़े हाथी को वहां से गुज़रते हुए एक जलस्रोत दिखाई दी। बंदर बड़े हाथी के पास गया और कहा, "हे बड़े हाथी, तुम्हें पता है, वहां जलस्रोत पर रत्न मिल रहे हैं।"

हाथी ने बंदर की बात सुनी और सोचा, "यह मुझे जानना चाहिए, क्या सच है।" इसलिए हाथी उसके पीछे चलने लगा।

जब बंदर और हाथी जलस्रोत के पास पहुंचे, तो बंदर जल्दी से एक पेड़ में चढ़ गया और नीचे से हाथी को देखने लगा।

हाथी ने बंदर से पूछा, "अरे बंदर, तूने कहा था कि यहां रत्न मिलेंगे, लेकिन मैंने कुछ नहीं देखा।"

बंदर बहुत खुश हुआ कि उसका चालाकी सफल रहा और वह बड़े हाथी को चिढ़ा रहा है। वह हँसते हुए बोला, "जादू करने के लिए तूने उपाय करने की जरूरत होती है, अब जादू का पर्दा उठ गया है। तू धूर्त बंदर है!"

Moral: इस कहानी से हमें यह सिख मिलती है कि सच्चाई और सत्य के प्रतीक व्यक्ति हमेशा दूसरों की धूर्त चालाकियों को पहचान सकता है। हमेशा ईमानदारी और बुद्धिमानी का प्रयोग करें और धूर्तता से दूर रहें।

6. कछुवा और हरे पानी का जादू- Moral Story in Hindi


एक बार एक छोटा सा कछुवा जंगल में रहता था। एक गर्म दिन, वह बहुत प्यासा था और पानी की तलाश में था। धूप तापने से वह बहुत थका हुआ था।

खुशी के साथ, वह एक हरे रंग के झील को देखता है। झील का पानी इतना शीतल दिखता था कि कछुवे को लगा कि यह जादू का पानी है। वह झील के पास पहुंचा और खुशी से पानी पीने लगा।

जैसे ही वह पानी पीता है, उसे झील के चेहरे पर भारी सींच दिखाई दी। धीरे-धीरे वह झील के नीचे डूबने लगा। वह चिल्लाने लगा, "बचाओ, मदद करो।"

परंतु उसकी आवाज़ सभी अन्य जानवरों तक नहीं पहुंच पा रही थी। तभी एक खरगोश वहां से गुज़र रहा था।

छोटे से कछुवे को देखकर, खरगोश ने उसकी मदद की। वह झील के चारों ओर खूब छलांग लगा और उसे बचा लिया।

धन्यवाद देते हुए, कछुवा खरगोश से बोला, "तुम्हारी मदद के लिए मैं आभारी हूँ। मैं जानता हूँ कि छोटे होने पर भी किसी का काम आ सकता है।"

7. शेर और चींटी की दोस्ती- Hindi Stories For Class 2


एक जंगल में, एक बड़ा सा शेर रहता था जिसका नाम राजू था। राजू बड़ा और ताक़तवर था, लेकिन वह दिल का बहुत अच्छा था। वह हर जानवर से मित्रता करता था। उसकी सबसे अच्छी मित्र एक छोटी सी चींटी थी, जिसका नाम छोटू था।

एक दिन, जंगल में अचानक एक बड़ा जाल पकड़ आया। यह जाल उस चींटी के पास फँस गया। छोटू बहुत डर गया और मदद के लिए दौड़ने लगा।

राजू ने छोटू की दिल की दहलीज़ पर गहराई से महसूस की। उसने जाल को फाड़ दिया और छोटू को बचा लिया।

छोटू राजू को धन्यवाद देते हुए बोला, "आपकी मदद के लिए मैं आभारी हूँ, राजू। चाहे मैं छोटा हूँ, लेकिन मेरी भी एक छोटी जान है और मुझे भी किसी की मदद करने में ख़ुशी मिलती है।"

राजू ने उसका हाथ पकड़कर कहा, "छोटू, इस जगल की ताक़त नहीं तो दिल की ताक़त से कहीं ज़्यादा अधिक होती है। हमेशा दिल की सुनो और दूसरों की मदद करो, यह तुम्हें सच्चे मित्र बनाएगा।"

8. शेर और खरगोश की मित्रता- Hindi Short Stories

Hindi Short Stories


एक जंगल में एक बहुत ही साहसी शेर और एक खरगोश रहते थे। दोनों एक-दूसरे के बहुत अच्छे दोस्त थे। वे समय बिताते, खेलते और साथ में रहते थे।

एक दिन, शेर और खरगोश एक साथ दूर जंगल में घूमने निकले। दूर जंगल में एक गड्ढा था और बड़े-बड़े पेड़-पौधे थे। खरगोश बहुत उतावले होते थे और वे अगर उतार-चढ़ाव करते हुए घूम रहे थे।

धीरे-धीरे खरगोश दूर गड्ढे के करीब पहुंच गया और वह बिना सोचे समझे गड्ढे में गिर गया। खरगोश को गड्ढे से बाहर आने में काफी समय लग रहा था।

खरगोश की मदद करने के लिए, शेर ने खुद को गड्ढे के किनारे रखकर खरगोश को अपनी पंखुड़ियों से बाहर निकाला।

खरगोश बड़े आभारी हुआ और बोला, "धन्यवाद शेर भाई, आपने मेरी जान बचाई।"

शेर ने प्रेम भाव से बोला, "हम दोस्त हैं, और एक दोस्त दूसरे की मदद करता है।"

मोरल: यह कहानी हमें सिखाती है कि अच्छे दोस्त हमेशा आपसी सहायता करते हैं और एक-दूसरे की जरूरतों का ध्यान रखते हैं। सच्ची मित्रता में समर्थ होना और दूसरों की मदद करना बहुत मूल्यवान होता है।

9. सच्चे मित्र की पहचान- Class 2 Hindi Moral Stories

राजू और संजय दोनों बहुत अच्छे दोस्त थे। वे साथ में पढ़ाई करते और बहुत मज़े करते थे। राजू बहुत अमीर था और संजय उसके साथ रहकर उसके धन का उपयोग करता था।


एक दिन, राजू के पास कई महीने तक ख़त्म नहीं होने वाला एक बड़ा व्यापारी दीवाना चला गया। राजू के पास इतने पैसे थे कि वह बिना सोचे समझे उस दीवाने को लगातार पैसे देता गया।

संजय ने राजू को चेताया, पर राजू उसकी बात सुनने को तैयार नहीं था। धीरे-धीरे, राजू के सारे पैसे ख़त्म हो गए। अब दीवाना भी डूबता दिखाई देने लगा।

जब राजू को अपनी गलती का अहसास हुआ, तो उसने संजय से माफ़ी मांगी और उसके साथ दोबारा सच्ची मित्रता का आनंद लिया।

मोरल: एक सच्चे मित्र की पहचान हमेशा उस वक़्त होती है जब हमें कुछ चाहिए और हम परेशान होते हैं। सच्चे मित्र कभी हमारे साथियों की तरह नहीं होते हैं, वे हमारे साथ हर मोड़ पर होते हैं और हमें सही रास्ते पर ले जाते हैं।

10. बिल्ली और चूहा- Short Moral Stories in Hindi For Class 2


एक जंगल में एक बिल्ली और एक चूहा रहते थे। दोनों ने एक छोटे से गुफा में अपना घर बनाया था। वे दोस्त थे और साथ में खेलते भी थे। एक दिन, उन्होंने मिलकर दोस्ती की मिठास बढ़ाने का फैसला किया। उन्होंने सोचा कि वे अपने घर के अस्पताल में दिखावा करेंगे ताकि उन्हें दूसरे जंगली जानवरों का मदद कर सकें।

अगले ही दिन, बिल्ली और चूहा ने अपने घर के बाहर एक पटाखे का दुकान खोला। वे दोनों बड़े उत्साह से काम कर रहे थे और उनका दुकान जल्द ही लोकप्रिय हो गया। दूसरे जंगली जानवर रोज उनके दुकान से सस्ते में पटाखे खरीदने आते थे।

बिल्ली और चूहा बहुत खुश थे क्योंकि उन्होंने दूसरे जानवरों की मदद की और सभी को अच्छे और सस्ते पटाखे मिल रहे थे।

मोरल: यह कहानी हमें सिखाती है कि सच्ची मित्रता में एक दूसरे की मदद करना बहुत महत्वपूर्ण है।

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